उज्जैन। श्रावण मास में रक्षा बंधन से पहले ग्रह गोचर में महत्वपूर्ण परिवर्तन होंगे। यह स्थिति बाजार, मौसम, रियल स्टेट कारोबार तथा प्रशासनिक पक्ष को प्रभावित करेगी। ज्योतिषियों के अनुसार 8 अगस्त को मंगल का सिंह राशि में प्रवेश होगा। वहीं 11 अगस्त को वक्री चल रहे देव गुरु बृहस्पति मार्गीय होंगे। इसका प्रभाव विभिन्न् क्षेत्रों में नजर आएगा।
ज्योतिषाचार्य पं.अमर डब्बावाला के अनुसार 8 अगस्त को मंगल का मघा नक्षत्र व सिंह राशि में प्रवेश होगा। जिसका प्रभाव अलग-अलग प्रकार से दृष्टि संबंधों के आधार पर नजर आएगा। मंगल का सिंह राशि में परिभ्रमण 10 अक्टूबर तक रहेगा। इस दौरान मंगल का गुरु से चतुष्पद तथा शनि व केतु से नवम पंचम दृष्टि संबंध् बनेगा।
प्रवेश काल के समय इस प्रकार का दृष्टि संबंध शासन, प्रशासन तथा बाजार पर विभिन्न् प्रभाव दर्शाएगा। सोना, चांदी, तांबा, पीतल, अष्ट धातु, शकर, लाल रंग की वस्तुएं, वस्त्र तथा रसायनिक वस्तुओं के भाव में तेजी आएगी। प्रशासनिक मशीनरी में परिवर्तन होगा। मौसम से संबंधितत इस पक्ष काल में उन स्थानों पर बारिश होगी, जहां अब तक खंड वृष्टि की स्थिति बनी हुई है।
श्रावण मास की एकादशी पर 11 अगस्त को रविवार के दिन शाम 7.22 बजे देवगुरु बृहस्पति मार्गीय होंगे। गुरु के मार्गीय होते ही अस्थिरता की स्थिति समाप्त होगी। धार्मिक पक्ष मजबूत होगा। रियल स्टेट कारोबार में गति आएगी। रस पदार्थों के साथ कृषि मंडी में तेजी दिखाई देगी। प्राकृतिक दृष्टि कोण से विश्व के अनेक देशों में अस्थिरता नजर आएगी।