कवर्धा, 24 अप्रैल 2020। कोरोना वायरस के संक्रमण और उनके प्रभावी नियंत्रण के लिए आज पूरे देश लाॅकडाउन हैं। लाॅकडाउन में स्कूली विद्यार्थियों को शिक्षा की निरतंरता बनी रही इसके लिए छत्तीसगढ़ में मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल निर्देश पर स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा ‘‘पढ़ाई तुंहर द्वआर‘‘ शुरू की गई हैं। कलेक्टर श्री अवनीश कुमार शरण के निर्देश में कबीरधाम जिले में लाॅकडाउन कीे संकट के दौर में शिक्षा की निरंतता बनाए रखने के लिए ‘‘पढ़ाई तुंहर द्वआर‘ से स्कूली विद्यार्थियों ने पढाई शुरू कर दी है। कबीरधाम जिले के 55 हजार विद्यार्थियो और 5 हजार 400 शिक्षकों ने शिक्षा विभाग की वेब साईड सीजीस्कूलडाटइन पोर्टल में पंजीयर कर वर्चुअल क्लास तैयार कर लिया है। शिक्षा की निरंतरता अध्ययन बनाने के लिए शुरू की गई ‘‘पढ़ाई तुंहर द्वआर‘‘कार्यकम के बारे में जब विद्यार्थियों से वाॅटशाॅप ग्रुप के माध्यम से पूछा गया। विद्यार्थियों ने अपना जबाब भेजते हुए कहा कोरोना वायरस को हराने के लिए ‘‘पढ़ाई तुंहर द्वआर‘‘ के माध्यम से हम सब बच्चे स्कूल से दूर रहकर भी पास है। जैसे स्कूलों में पढ़ाई होती थी, उसी तर्ज पर पढ़ाई शुरू की गई हैं। यह भी एक सुखद अनुभव है।
छत्तीसगढ़ शासन स्कूल शिक्षा विभाग की महत्वाकांक्षी योजना ‘‘पढ़ाई तुंहर द्वआर‘‘ अंर्तगत् कबीरधाम जिले में यह योजना प्रारंभ हो चुकी है। इस के लिए जिले के समस्त शिक्षकों को जिला शिक्षा अधिकारी द्वारा गाईड़ लाईन भी दी जा चुकी है। अभी तक इस जिले के लगभग 55 हजार से अधिक विद्यार्थी और 5400 शिक्षकों ने शिक्षा विभाग कीे वेब बहेबीववसण्पद पोर्टल में पंजीयन करवा वर्चुअल क्लास तैयार कर लिया है।
जिले में लगातार पंजीयन में वृद्वि हो रही है। योजना के समुचित क्रियान्वयन के लिए कबीरधाम जिले के सभी 90 संकुलों में संकुल नोड़ल अधिकारियों का चयन किया जा चुका है और प्रत्येक ब्लाक में विकास खण्ड शिक्षा अधिकारी को विकास प्रभारी अधिकारी व सहायक विकास खण्ड अधिकारी को विकासखण्ड़ नोडल अधिकारी की जिम्मेदारी दी गई है,।
पढ़ाई तुंहर द्वआर योजना के अंतर्गत कक्षा पहली से बारही तक के विद्यार्थी अपने घरों में बैठकर एंड्राइड फोन और सामान्य फोन के माध्यम से विभिन्न विषयों की शैक्षणिक सामग्रियों को आॅडियो, विडियो रूप में देख व सुन कर पढ़ाई कर सकते हैं।
चार स्तर पर आॅनलाइन कक्षाएं भी प्रारंभ हो चुकी हैं जहां पहले स्तर पर राज्य स्तर से उत्कृष्ट शिक्षकों द्वारा आॅनलाइन अध्यापन कराया जा रहा हेै, दूसरे स्तर पर एस.सी.ई.आर.टी. के विषय विशेषज्ञों द्वारा आॅनलाइन कक्षाएं ली जा रही हैं, और जिले स्तर पर डाईट के द्वारा चिन्हित उत्कृष्ट शिक्षकों द्वारा आॅनलाइन कक्षाएं एवं आॅडियो, विडियो सामग्री तैयार किया जाना है।
विकासखण्ड़, संकुल एवं स्कूल स्तर पर भी विद्यार्थियों एवं उनके अभिभावकों को जागरूक करके शिक्षकों द्वारा कक्षा लेने कहा गया है, और इस पर अमल होना भी प्रारंभ हो चुका है। शिक्षकों के स्वयं के द्वारा तैयार लेक्चर, विडियों, साउण्ड फाईल, डाकुमेन्टस, सीजीस्कूलडाटइन वेवसाईट पर शिक्षक लागिन कर मेनू में दिए गए शिक्षक के कार्य को ओपन करके अपने कन्टेन्ट संबंधी अपलोड का प्रकार, फाईल का प्रकार तथा अपलोड किए जाने वाले शीर्षक भरकर सेवकर अपलोड कर सकते है। गुणवत्तापूर्ण शिक्षा को ध्यान में रखते हुए कुछ विषय विशेषज्ञों द्वारा वेबर्पोटल में आॅडियो, विडियो, नोट्स एवं असाइनमेंट भी अपलोड किया जा रहा है, ताकि लाॅक डाउन जैसी इस कठिन परिस्थिति में भी बच्चों की पढ़ाई का नुकसान न हो। विकास खण्ड शिक्षा अधिकारी एवं संकूल प्रभारियों का जिला शिक्षा अधिकारी के.एल.महिलांगे, जिला नोडल अधिकारी यू.आ.चन्द्राकर, सहायक संचालक एम.के.गुप्ता एवं उम.आई.प्रशासक सतीश यदु के द्वारा विडियो कान्फ्रेंन्सिंग के माध्यम से बैठक लेकर लगातार मार्गदर्शन भी दी जा रही है।