मयंक गुप्ता रिपोर्टर कवर्धा, देखे वीडियो
कवर्धा,कोटा से आने वाले विद्यार्थियों के लिए समय से पहले बनवा दिए थे 2000 से ज्यादा खाने का पैकेट, 27 अप्रैल तक कोटा से कवर्धा छात्रों के आने की जानकारी, पर 28 अप्रैल की सुबह पहुंचे सभी छात्र, 2000 से ज्यादा खाने के पैकेट बोड़ला के बाहर खुले में फेंके, प्रशासन की बड़ी लापरवाही, लॉक डाउन में खाने फेकने को लेकर प्रशासन की किरकिरी। देश भर में लॉकडाउन लगा हुआ है
पूरी दुनिया भर में महामारी की स्थिति है जिसके देखते हुवे देश भर में बड़ी संख्या में प्रदेश और देश के धार्मिक एवं सामाजिक संगठनों ने प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री राहत कोष में आर्थिक सहयोग कर रहे है साथ ही गरीबो को राशन वितरण कर रहे है आज कुछ कबीरधाम जिले के गरीब परिवारों को दो वक्त खाने के लिए मोहताज है लेकिन कबीरधाम जिले में अधिकारी और कर्मचारियों की बड़ी लापरवाही सामने आई है ।
दरसअल प्रदेश सरकार ने राजस्थान कोटा में अध्यनरत छात्रों को 90 से ज्यादा छत्तीसगढ़ लाने के लिए बीड़ा उठाया था जहां प्रदेश भर के 2247 से ज्यादा छात्र छात्रओं को कोटा में फंसे बच्चों को लाने एक अहम बीड़ा उठाया था जहाँ सभी बच्चों के प्रदेश भर के जिला मुख्यालय में रखा गया वही सूत्रों से जानकारी मिली है कि कबीरधाम जिला प्रशासन ने सभी बच्चों के लिए रात में भोजन की व्यवस्था की गई थी लेकिन अधिकारियों ने बिना सूचना के 2000 से ज्यादा भोजन पैकेट बनवा दिए थे गर्मी अधिक होने के कारण पूरे भोजन खराब हो गया था जिसको अधिकारियों ने छुपाने जंगल के रास्ते मे ही फेक कर भाग गए जब अधिकारियों को गाड़ी की लोकेशन नही मालूम था तो इतने सारे खाने के पैकेट इतनी जल्दी बनवाने का क्या जरूरत थी जबकि बसों में शासन और प्रशासन के अमले पल पल को रिपोर्ट राज्य सरकार और प्रशासन को दे रही थी जिसके बाद खाना का पैकेट खराब होना एक बड़ी लापरवाही कहा जाता है । ऐसे में उच्च अधिकारी को ऐसे बेपरवाह अधिकारी पर कार्रवाई करने की जरूरत है । इस संबंध में अधिकारी से फोन पर जानकारी लेने की कोशिश की लेकिन फोन नही उठाया