कोरोना काल में भी राजनीति थमने का नाम नहीं ले रही है। कांग्रेस ने अपने मुख्यमंत्रियों के साथ बैठक कर उन्हें प्रधानमंत्री से सवाल पूछने के लिए प्रेरित किया तो भाजपा ने पलटवार करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री सभी मुख्यमंत्रियों को एक साथ लेकर एकजुट लड़ाई लड़ रहे हैं और कांग्रेस लड़ाई को कमजोर करने में जुट गई है।
भाजपा प्रवक्ता शाहनवाज हुसैन ने कहा कि जिस तरह प्रधानमंत्री देश का होता है उसी तरह मुख्यमंत्री भी देश के होते हैं। लेकिन सोनिया गांधी और राहुल गांधी पार्टी का का एजेंडा चलाना चाहते हैं और इसीलिए कांग्रेस शासित राज्यों के मुख्यमंत्रियों की बैठक बुलाकर उन्हें भड़का रहे हैं। यह देश को बांटने जैसा है।
कांग्रेस या तो असमंजस में है फिर भटकी हुई: शहनवाज हुसैन
शाहनवाज ने कहा कि जब से कोरोना की शुरूआत हुई है कांग्रेस या तो असमंजस में है या फिर भटकी हुई। पहले लाकडाउन का विरोध किया। फिर समर्थन किया लेकिन आधा अधूरा। उससे भी बात नहीं बनी तो रोज सवाल उठाना शुरू कर दिया। राहुल गांधी ने क्या यह समझ लिया है कि विपक्ष मे रहने का अर्थ केवल विरोध करना होता है? प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शुरू से पूरे देश और मुख्यमंत्रियों को साथ लेकर चल रहे हैं। मुख्यमंत्रियों के साथ उनकी कई बैठकें हो चुकी हैं। एक राय बनती है। केंद्र सरकार के फैसलों का स्वागत किया जाता है। राज्यों में जो अच्छे कदम उठाए जा रहे हैं उसकी प्रधानमंत्री प्रशंसा करते हैं। दूसरी ओर कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और राहुल गांधी सियासत से बाज नहीं आ रहे हैं। अब मुख्यमंत्रियों को भड़काने तक की पहल शुरू कर दी है। यह दुर्भाग्यपूर्ण है जिसके लिए कांग्रेस को बहुत पछताना पड़ेगा।