कोविड‑19 महामारी के बीच वंदे भारत मिशन के तहत 356 भारतीयों को कल विशेष विमान से दुबई से चेन्नई लाया गया। संकट में फंसे मजदूरों, बुजुर्ग व्यक्तियों, तत्काल चिकित्सा सहायता लेने वालों और गर्भवती महिलाओं को प्राथमिकता दी गई।
वंदे भारत मिशन विदेश में फंसे भारतीयों के लिए एक उम्मीद की किरण बनकर आया है। मिशन के तहत कल 356 भारतीयों को कल विशेष विमान से दुबई से चेन्नई लाया गया दुबई, सऊदी अरब और बहरीन में भारतीय मिशनों ने विमान में सवार होने से पहले यात्रियों के लिए कड़े स्वास्थ्य नियमों का पालन किया।
चेन्नई के लिए विशेष उड़ान से लगभग तीस साल की एक विधवा वी. कोलम्मल अपने पति की अस्थियों के साथ स्वदेश लौटीं। उनके पति कुमार का पिछले महीने निधन हो गया था। दुबई में भारतीय वाणिज्य दूतावास ने स्थानीय अधिकारियों के साथ कोलम्मल के पति के निधन संबंधी औपचारिकताओं को पूरा करने के बाद उन्हें अपने पति की अस्थियों को विमान से लाने में सहायता दी। स्वर्गीय कुमार संयुक्त अरब अमारात में पिछले 10 साल से अर्धकुशल कामगार थे।
वंदे भारत मिशन के तीसरे दिन लगभग साढ़े आठ सौ भारतीय विभिन्न खाड़ी देशों से स्वदेश के लिए रवाना होंगे। शारजाह से आज एक विशेष विमान 175 से भी ज़्यादा यात्रियों के साथ लखनऊ के लिए प्रस्थान करेगा। कुवैत से लगभग डेढ़ सौ लोग हैदराबाद जाएंगे और लगभग 170 लोगों के कोच्चि जाने की उम्मीद है। कतर और ओमान से भी अपनी-अपनी जगहों से 170 के करीब भारतीयों को इस संकटग्रस्त माहौल के बीच कोच्चि रवाना करेंगे।
गर्भवती महिलाओं, बुजुर्गों और खासकर उन श्रमिकों को जिनकी नौकरियां नहीं रहीं या जिनके वीज़ा की परेशानियां हैं, उन्हें इन विशेष विमानों में भेजने की प्राथमिकता दी जाएगी। वंदे भारत मिशन के दूसरे चरण में खाड़ी देशों से भारत के और जगहों में जाने के लिए विशेष विमान की व्यवस्था करने की भी संभावना है। इस बीच, दुबई से दो अतिरिक्त विशेष विमान विपरीत स्थितियों में घिरे लोगों को लेकर कुल्लूर और मंगलौर के लिए भी रवाना किए जाएंगे।
दुबई में भारतीय वाणिज्य दूतावास ने यूएई में भारतीय नागरिकों के बारे में कोविड‑19 से संबंधित जानकारी के लिये एक विशेष टोल फ्री नम्बर 800–244-382 शुरू किया है। दूतावास ने नागरिकों से हेल्प लाइन नम्बर अधिक व्यस्त होने पर धैर्य बनाए रखने का अनुरोध किया है।