कलेक्टर ने कंटेन्मेंट जोन क्षेत्र के अनेक राहत शिविर का निरीक्षण कर व्यवस्था देखी

कवर्धा, 13 मई 2020। कबीरधाम जिले और बोडला अनुविभाग के अंतिम ग्राम पंचायत खारा के चेकपोस्ट और प्रवासी श्रमिकों के लिए बनाए गए राहत शिविर में आज से कोरोना वायरस कोविड‑19 के नियंत्रण और रोकथाम के लिए बनाए गए जिला सर्विलेंस की टीम तैनात रहेगी। इस रास्तें से आने वाले सभी श्रमिकों और नागरिकों का जिला सर्विलेंस की टीम द्वारा स्क्रीनिंग की जाएगी। कलेक्टर अवनीश कुमार शरण ने आज ग्राम खारा के राहत शिविर को निरीक्षण करते हुए स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी को निर्देश दिए।
कलेक्टर शरण ने खारा के राहत शिविर और चेक पोस्ट का निरीक्षण करते हुए कहा कि चुकि यह जिले और बोडला अनुविभाग का यह आखिरी सीमा पर बसा हुआ अंतिम गांव है। इस गांव के रास्ते से कुछ ही दूरी बाद पडोसी जिला राजनांदगांव और मध्यप्रदेश की बालाघाट की सीमा शुरू हो जाती है, इसलिए इस रास्ते को अति संवेदशीाल के रूप में चिन्हांकित करते हुए इस सर्तकता जरूरी हैं। कलेक्टर ने कहा कि जिला सर्विलेंसेंस की टीम आज से यहां दिन पर तैनात रहेगी और इस रास्तों से आन वाले सभी प्रवासी श्रमिकों और व्यक्तियों का पूरी गंभीरता से स्वास्थ्य परीक्षण करेंगें।
कलेक्टर शरण और जिला पंचायत सीईओ विजय दयाराम के द्वारा आज बोडला विकासखण्ड के कंटेन्मेंट जोन क्षेत्र के अंतर्गत संचालित विभिन्न राहत शिविरों का निरीक्षण किया गया। कलेक्टर शरण ने कंटेन्मेंट क्षेत्र के समानापुर, रेंगाखार कला के राहत शिविर के साथ दुर्गम वंनाचल क्षेत्र सोनवाही, रोल, झलमला और बोदलपानी के राहत शिविरों का निरीक्षण किया। उन्होने कोविड‑19 के संक्रमण के बचाव, नियंत्रण के रोकथाम और उनके उपायों के लिए बरती जा रही व्यवस्था का निरीक्षण कर आवश्यक दिशा-निर्देश दिए।
उल्लेखनीय है कि इसी वनांचल क्षेत्र के ग्राम समनापुर और रेंगाखारकला के राहत शिविर में ठहरे छः प्रवासी श्रमिकों में कोविड‑19 कोरोना वायरस के संक्रमित होने की रिपोर्ट आई थी। सभी श्रमिकों का उपचार के लिए रायपुर एम्स रिफर किया गया था। इसमें से पांच व्यक्ति स्वस्थ्य होकर कवर्धा वापस आ गए है। एक और व्यक्ति स्वस्थ्य हो गए है, आज वापस आएंगे। कोविड‑19 की पाॅजेटिव रिपोर्ट आने के बाद इस वनांचल के पांच गांवों को कंटेन्मेंट जोन घोषित किया गया है। कंटेन्मेंट क्षेत्र गांवों में रेंगाखार कला, चमारी, सुतिया, वन गांव, तितरी, और समनापुर शामिल है। निरीक्षण के दौरान मुख्यचिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डाॅ एसके तिवारी, बोडला एसडीएम विनय सोनी, जनपद सीईओ जेआर भगत, डीपीएम श्रीमती नीलू घृतलहरे, जिला सर्विलेंस अधिकारी डाॅ गौरव परिहार,डाॅ बागडे सहित अन्य अधिकारी कर्मचारी उपस्थित थे।

कलेक्टर ने वनांचल क्षेत्र के विभिन्न राहत शिविरों को निरीक्षण किया

बोडला अनुविभाग के वनांचल क्षेत्र रेंगाखार तहसील के अतर्गत प्रवासी श्रमिकों व व्यक्तियों के लिए अलग-अलग बड़े पैमाने पर राहत शिविर बनाए गए है। इसके अलावा ग्राम रोल के एक निजी स्कूल को क्वांरेटाईन सेन्टर के रूप में चिन्हांकित किया गया है। कलेक्टर शरण और जिला पंचायत सीईओ विजय ने कंटेन्मेंट क्षेत्र के समानापुर, रेंगाखार कला के राहत शिविर के साथ
दुर्गम वंनाचल क्षेत्र सोनवाही, रोल, झलमला और बोदलपानी के राहत शिविरों का निरीक्षण किया। एसडीएम विनय सोनी ने बताया कि समानापुर राहत शिविर मंे 9, रेंगाखार कला के राहत शिविर में 47, के साथ दुर्गम वंनाचल क्षेत्र सोनवाही, रोल, झलमला में 5 और बोदलपानी राहत शिविरी में 25 प्रवासी श्रमिक ठहरे हुए है।

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