प्रवासी मजदूरों के लिए बसों की व्यवस्था के मुद्दे पर कांग्रेस और भाजपा में घमासान मचा हुआ है। दोनों दलों के बीच मंगलवार को दिनभर आरोप‑प्रत्यारोप का दौर चलता रहा। कांग्रेस ने उत्तर प्रदेश सरकार पर प्रवासी मजदूरों के मामले में घटिया राजनीति करने का आरोप लगाया है। पार्टी ने कहा कि हमारी बसें आगरा के पास खड़ी हैं, लेकिन प्रशासन उन्हें नोएडा और गाजियाबाद जाने नहीं दे रहा है।
वहीं, यूपी सरकार ने कहा है कि कांग्रेस की बसों की सूची में कार, एंबुलेंस और ऑटो रिक्शा के नंबर शामिल हैं। कांग्रेस की बसों की लिस्ट में 69 एंबुलेंस, 31 ऑटो है। यह मजदूरों की भावनाओं के साथ खिलवाड़ है।
कांग्रेस ने कहा- बसों को अनुमति दे यूपी सरकार
कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा के सचिव ने यूपी सरकार को पत्र भेजकर सभी बसों को अनुमति देने का आग्रह किया है। प्रियंका के निजी सचिव संदीप सिंह ने प्रदेश के गृह विभाग के अपर मुख्य सचिव अवनीश कुमार अवस्थी को लिखे पत्र में कहा कि आपने हमसे सभी बसें नोएडा और गाजियाबाद पहुंचाने का आग्रह किया। हम बसों को लेकर 3 घंटे से उत्तर प्रदेश की सीमा पर ऊंचा नागला में खड़े हैं, लेकिन आगरा प्रशासन हमें अंदर घुसने नहीं दे रहा है।
उन्होंने कहा, हम एक बार फिर यूपी सरकार से कहना चाहते हैं कि यह वक्त संवेदनशीलता दिखाने का है। आप तत्काल हमारी सभी बसों को अनुमति पत्र भेजिए ताकि हम आगे बढ़ सकें। उत्तर प्रदेश के लाखों श्रमिक भाई बहन परेशान हैं। हम सब मिलकर ही इस आपदा की चुनौती से निपट सकते हैं।
मजदूरों की बसों पर राजनीति कर रही है यूपी सरकार: कांग्रेस
कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला, पार्टी के वरिष्ठ नेता राजीव शुक्ला, राजीव सातव और सुप्रिया श्रीनेत ने दावा किया कि छह सौ से अधिक उत्तर प्रदेश के बार्डर पर खड़ी है। पर प्रदेश सरकार के मंत्री बसों को देखने के बजाए उनके नंबरों की जांच कर रहे हैं। रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि कांग्रेस ने प्रदेश सरकार को 1096 बसों के नंबर दिए हैं, हो सकता है कि कोई टाइपिंग की गलती हुई है।
वहीं, कांग्रेस के वरिष्ठ नेता राजीव शुक्ला ने कहा कि कांग्रेस इस मुद्दे पर कोई राजनीति नहीं करना चाहती है। हम सिर्फ मजदूरों को बसों में बैठाकर उनके घरों तक पहुंचाना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार चाहे, तो इन बसों पर भाजपा का झंडा लगाकर इस्तेमाल कर ले। हमें इस पर भी कोई ऐतराज नहीं है। क्योंकि, हमारी मंशा राजनीतिक लाभ लेना नहीं है, मजदूरों की मदद करना है।
यूपी सरकार ने कहा, कांग्रेस की सूची में कार‑एंबुलेंस के नंबर
उत्तर प्रदेश सरकार ने मंगलवार को आरोप लगाया कि कांग्रेस द्वारा प्रवासियों को घर पहुंचाने के लिए सौंपी गई 1000 बसों की सूची में कई दो पहिया और कार जैसे वाहनों के पंजीकरण नंबर हैं। योगी सरकार इसे कांग्रेस का ‘बस घोटाला’ करार दिया। उप मुख्यमंत्री दिनेश शर्मा ने कहा कि कांग्रेस ओछी राजनीति कर रही है और बसों की जो सूची भेजी है उसमें कई काली सूची में है और कई के नंबर बसों के नाम पर पंजीकृत ही नहीं हैं।
उन्होंने कहा कि यह एक प्रकार का आपराधिक कृत्य है। शर्मा ने कहा कि कांग्रेस को प्रवासी श्रमिकों और सरकार से अपने कृत्य के लिए माफी मांगनी चाहिए, क्योंकि इन्होंने नाटक कर दिगभ्रमित करने का काम किया है।
केशव प्रसाद ने बोले- यह कांग्रेस का बस घोटाला
प्रदेश के एक और उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने भी कांग्रेस पर बस घोटाला करने का आरोप लगाया। उन्होंने ट्वीट कर कहा, बसों की लिस्ट में ऑटो रिक्शा और बाइक के नंबर डालकर कर कांग्रेस कर रही गुमराह! अपने ही छल के जाल में फंस गई कांग्रेस, बसों की लिस्ट में भी निकला घोटाला।
योगी सरकार के मंत्री सिद्धार्थनाथ सिंह ने कहा, कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा और पार्टी नेता राहुल गांधी की जो बस हैं वे कहीं एंबुलेंस निकल रही हैं, कहीं थ्रीव्हीलर और कहीं टाटा मैजिक निकल रही हैं । अभी हम लोगों ने प्रारंभिक जांच की है और उसमें यह बात सामने आ रही है। यह जांच हमने भारत सरकार के वाहन पोर्टल से की है। हजार गाड़ियों की सूची दी गई है हम एक-एक वाहन की जांच कर रहे हैं उन्होंने कहा कि कांग्रेस की यह हरकत दुर्भाग्यपूण है हम इसकी निंदा करते हैं। कांग्रेस नेताओं को इस हरकरत पर मजदूरों से माफी मांगनी चाहिए। उन्होंने कहा कि पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी को इस पर जवाब देना चाहिए।
बीजेपी प्रवक्ता संबित पात्रा का प्रियंका पर हमला
बीजेपी प्रवक्ता संबित पात्रा ने कहा है कि प्रियंका गांधी वाड्रा ने जो तथाकथित बसों की लिस्ट सौंपी हैं। उसमें काफी गाड़ियां खराब हैं और जो बची हैं वह एंबुलेंस कुछ ट्रैक्टर और स्कूटर है। वहीं बीजेपी के ही सिद्धार्थनाथ सिंह कांग्रेस की ओर भेजी गई सूची में जिन वाहनों के नंबर दिए गए हैं, उसमें अधिकतर ब्लैकलिस्टेड है। कांग्रेस पार्टी मजदूरों की भावनाओं के साथ खिलवाड़ कर रही हैं।