
नई दिल्ली। कोरोना वायरस का प्रकोप दिनोदिन बढ़ता ही जा रहा है. देश में हर रोज कोरोना संक्रमितों की संख्या में लगातार इजाफा हो रहा है. इस बीच देश के लिए एक बुरी खबर यह है कि कोरोना संक्रमितों की सूची में देश 9वें से 8वें नंबर पर पहुंच गया है.
भारत में कोरोना से 1 लाख 85 हजार से ज्यादा लोग संक्रमित हो चुके हैं वहीं 5100 से ज्यादा लोगों की अब तक मौत हो चुकी है. इस बीच भारत कोरोना के सबसे ज्यादा प्रभावित 10 देशों की सूची में 9वें से आठवें स्थान पर पहुंच गया है.रविवार शाम तक भारत में कोरोनावायरस से 1 लाख 85 हजार 398 मामले हैं. जर्मनी को पीछे छोड़ते हुए भारत 8वें स्थान पर पहुंचा है. जर्मनी में फिलहाल संक्रमितों की संख्या 1 लाख 83 हजार है.
अमेरिका 18 लाख केस के साथ दुनिया का सबसे ज्यादा कोरोना प्रभावित देश है. अमेरिका में कोरोनावायरस से अब तक 1 लाख से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है. इसके बाद ब्राजील का नंबर आता है, जहां पांच लाख से ज्यादा मामले हैं. इसके बाद रूस में संक्रमितों की संख्या चार लाख से ज्यादा है.
भारत में रविवार को कोरोना संक्रमितों के 8380 नए मामले सामने आए जो अब तक रिकॉर्ड है. वहीं, देश में कोरोना से जान गंवाने वाले लोगों की संख्या पांच हजार के पार पहुंच गई है. बीते 24 घंटे में देश में कोरोनावायरस से 193 लोगों की मौत हुई है. राहत की बात यह है कि देश में 86 हजार से ज्यादा मरीज कोरोना को मात देने में कामयाब हुए हैं. इस बीच, शनिवार को देश में लागू लॉकडाउन को कंटेनमेंट ज़ोन तक सीमित करके अवधि को 30 जून तक बढ़ाने का फैसला किया गया.
लॉकडाउन 5.0 में कंटेनमेंट ज़ोन को छोड़कर अन्य क्षेत्रों को चरणबद्ध तरीके से खोलने की प्रक्रिया शुरू होगी. इसका (Unlock1) पहला चरण आठ जून से लागू होगा. इसके तहत, 8 जून से मॉल, रेस्टोरेंट और धार्मिक स्थल खुल सकेंगे. गृह मंत्रालय ने कंटेनमेंट ज़ोन के बाहर के क्षेत्रों को फिर से खोलने के लिए नए दिशानिर्देश जारी किए हैं.
गृह मंत्रालय की ओर से शनिवार को जारी गाइडलाइन के मुताबिक, रात के कर्फ्यू के समय बदलाव किया गया है. अब रात 9 बजे से सुबह 5 बजे तक यह लागू रहेगा. एक राज्य से दूसरे राज्य में लोगों और सामान के आने जाने पर कोई पाबंदी नहीं होगी. ऐसा करने के लिए अलग से इजाजत या ई‑परमिट की जरूरत नहीं होगी. हालांकि, राज्य और केंद्र शासित प्रदेश इस पर प्रतिबंध लगा सकते हैं, लेकिन पहले से व्यापक प्रचार के बाद.
दिशानिर्देशों के मुताबिक, 65 साल से अधिक उम्र के व्यक्तियों, पहले से किसी तरह की बीमारी से ग्रस्त व्यक्तियों, गर्भवती महिलाओं और 10 वर्ष से कम उम्र के बच्चों को आवश्यक और स्वास्थ्य उद्देश्यों को छोड़कर घर पर ही रहने की सलाह दी गई है. इसके अलावा, मास्क पहनना और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करना अनिवार्य है.