कवर्धा –शहर के मध्य दो दिन पूर्व हुए आदिवासी नाबालिग बालिका से हुए दुष्कर्म मामले में पुलिस प्रशासन द्वारा नयी कहानी सामने लाने के बाद भाजपा कार्यकर्ताओं ने सांसद संतोष पांडे ‚जिला अध्यक्ष अनिल सिंह व मंडल अध्यक्ष चंद्रप्रकाश चंद्रवंशी के नेतृत्व में पैदल मार्च कर राज्यपाल के नाम ज्ञापन सौपा |
पुरे मामले का जिस आधार से पुलिस ने पटाक्षेप किया यह आम लोगों और भाजपा के गले नही उतर रही है पुरे मामले में पुलिस की कार्यप्रणाली ही संदेह के घेरे में आ गया है जिस प्रकार पुलिस महकमे ने इस मामले में 2 दिन तक मामले में अपराध होना और अज्ञात 04 लोगो के द्वारा किया जाना स्वीकार कर मामले में जाँच किया किन्तु अंत में इस तरह का अपराध न पाया कह देना पुलिस प्रशासन के आला अधिकारियों के अनुभवहीनता असंवेदनशीलता को दर्शाता है |
सांसद संतोष पांडे ने इस गम्भीर मामले में सरकार व कांग्रेस के जनप्रतिनिधियों के चुप्पी पर भी सवाल उठाते हुए कहा क्या सरकार दुसरे राज्य के आपराधिक मामले में ज्यादा सवेदनशील है अपने राज्य के बढ़ते अपराध दिखाई नहीं पड़ रहा है या देखना नहीं चाहते |
घटना के संदर्भ में पुलिस अधीक्षक से मिलने पहुचे प्रतिनिधियों ने निम्न बिन्दुओं पर सवाल खड़े किये
• इस घटना की सुचना पुलिस कथन के अनुसार रात 11 बजे ही पुलिस को था और पीडिता पुलिस सुरक्षा में थी तो दुसरे दिन दोपहर 03 बजे मेडिकल जाँच क्यो कराया गया ? इतने सवेदनशील विषय पर डाक्टरी मुलायजा में इतनी देरी क्यों किया गया तत्काल मुलायजा क्यों नहीं कराया गया ?
• सुचना के अनुसार पीड़ित बालिका को ही लगातार पुलिस अपने अघोषित कस्टडी में रखी बालिका सहमी हुई थी उसके साथ ऐसा व्यवहार क्यों ?
• 22 तारिक को रात्रि 11 बजे की घटना है 23 एवं 24 तारिक दो दिनों तक पुलिस विभाग के अधिकारीयों ने इसे अज्ञात लोगो द्वारा सामूहिक दुष्कर्म किया जाना स्वीकार्य किया | मिडिया में दो दिनों से दुष्कर्म की खबर प्रकाशित होते रही जिसका पुलिस विभाग ने खंडन नही किया तो क्या पुलिस विभाग इतने संवेदनशील मामले में इस तरह गैर जिम्मेदाराना ढंग से हवा हवाई काम करती है |
• अपराध की गंभीरता और मामले को देखते हुए पुलिस के पास पर्याप्त समय था पर अब जिस तरह की बाते सामने आ रही है पुलिस विभाग की कार्यप्रणाली संदिग्ध है पुलिस को बताना चाहिए वह किसे बचाना चाह रही है या किसी के दबाव में काम कर रही है |
• शहर के अंदर इस तरह का बड़ा और जघन्य अपराध हो जाना पुलिस और कानून व्वस्था पर सवालिया निशान लगते है पेट्रोलिग शहर में नहीं है सीसीटीवी सारे बंद पड़े है क्या इस तरह के लापरवाही के लिए जिम्मेदारी तय नहीं होनी चाहिए ?
पुरे मामले में भाजपा कार्यकर्ताओं ने पुलिस अधीक्षक कबीरधाम के माध्यम से राज्यपाल महोदय के नाम ज्ञापन सौपा और मामले की न्यायिक जाँच की मांग की