कवर्धा- राजनांदगांव सांसद संतोष पांडेय ने पश्चिम बंगाल में लगातार हो रही हिंसा के विरोध में बुधवार को कवर्धा स्थित अपने निवास में एक दिवसीय सांकेतिक धरना दिया। इस दौरान सांसद पांडेय ने पश्चिम बंगाल सरकार पर जमकर हमला बोला।
सांसद पांडेय ने कहा कि पश्चिम बंगाल में लगातार हिंसा की घटनाएं हो रही है। पूरे प्रदेश में अराजकता का माहौल है। पश्चिम बंगाल सरकार हिंसा होते देख रही है। कोई कदम नही उठा रही है। आम नागरिकों के संविधान प्रदत्त अधिकारों का खुलेआम हनन हो रहा है। पश्चिम बंगाल में अविलंब राष्ट्रपति शासन लगाया जाना चाहिए। पश्चिम बंगाल के हिंसा में शामिल गुंडों, अपराधियों पर सख्त कार्रवाई होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि पश्चिम बंगाल के चुनाव के नतीजों के बाद जो घटनाएं देखने और सुनने को मिली हैं वो हमें हतप्रभ करती हैं, चिंता में डालती हैं। ऐसी घटनाएं भारत के विभाजन के समय हमने सुनी थी। लेकिन आजाद भारत में चुनाव के नतीजों के बाद इतनी असहिष्णुता हमने आज तक नहीं देखी। पश्चिम बंगाल में हिंसा, बर्बरता, आगजनी, लूट, बलात्कार और हत्याएं बेरोकटोक जारी है।
भाजपा के कवर्धा शहर मंडल अध्यक्ष चंद्रप्रकाश चंद्रवंशी ने कहा कि पश्चिम बंगाल में टीएमसी कार्यकर्ताओं की गुंडागर्दी जारी है। भाजपा कार्यकर्ताओं पर लगातार हमले किए जा रहे हैं। भाजपा के कार्यालय में तोड़फोड़ व आगजनी की गई। उन्होंने कहा कि चुनाव के नतीजे आने के बाद टीएमसी के गुंडे (बीजेपी कार्यकर्ता) हरन अधिकारी के घर गए और तोड़फोड़ की। महिलाओं और बच्चों को धमकाया, उन पर हमला किया। अधिकारी की पत्नी के दांत तोड़ दिए। इसके बाद उन्होंने अधिकारी को खींचकर घर से बाहर निकाला और उन्हें बुरी तरह पीटा। उनकी मौत हो गई। भाजयुमो मंडल अध्यक्ष मयंक गुप्ता ने कहा कि पश्चिम बंगाल में फिर से हिंसक सरकार बन गई। ममता बनर्जी की दादागिरी जारी है। पश्चिम बंगाल में अशांति का माहौल है। वहां की जनता डरी हुई है।
- वीरों व शहीदों की धरती को किया कलंकित -
सांसद पांडेय ने कहा कि पश्चिम बंगाल वीरों, शहीदों व महापुरुषों की धरती है। जिसे ममता बनर्जी सरकार व टीएमसी के गुंडों ने कलंकित किया है। बंगाल को अपमानित किया गया। ममता बनर्जी व टीएमसी के गुंडों को इसका परिणाम भुगतना पड़ेगा। भारत के संघीय ढांचा को बनाये रखने की जिम्मेदारी स्थानीय सरकार की है। लेकिन स्थानीय सरकार अपने जिम्मेदारी का निर्वहन नही कर पा रही है।