पुष्पराज सिंह के संदेहप्रद मौत की उच्च स्तरीय जाँच के लिए 🔹 विभिन्न सामाजिक संगठनो ने कलेक्टर को दिया राज्यपाल व मुख्यमंत्री व के नाम ज्ञापन

मामला जांजगीर जिला के शक्ति थाना में पदस्त  आरक्षक पुष्पराज सिंह का संदेह प्रद मौत का है जो दिनांक 13 मई 2021 को हुई है जिसे जिले के मौजूदा पुलिस प्रशासन द्वारा उनके मौत को एक्सिडेंट साबित कर रही है मामला संदेह के घेरे में इसलिए है की आरक्षक पुष्पराज सिंह के निजी सोशल मिडिया फेसबुक
आईडी में मौत से एक वर्श पूर्व दिनांक10 अप्रैल 2020 को एक पोस्ट हुई है जिसमे मौजूदा
एस.पी.पारुल माथुर के ऊपर गंभीर आरोप लगाया है इसलिए जांजगीर एस.पी.को तत्काल प्रभाव से हटाया जाये और उक्त घटना का उच्च स्तरीय जाँच किया जाए जिससे सत्य घटना सामने आ सके और आरोपियों
के ऊपर कड़ी कार्यवाही हो सके जिससे मृतक के परिवार को न्याय मिल सके।
🔹 भारतीय किसान संघ के जिलाध्यक्ष दानेश्वर सिंह परिहार 🔹 ने कहा कि पुष्पराज की मौत से पूरे प्रदेश के किसान समूह चिंतित है क्यो की किसी न किसी किसान के बेटे आज आरक्षक है अलग अलग जगह पर, कल के दिन में अच्छाई करने पर उन्हें भी ऐसे ही मौत के घाट न उतार दिया जाये,ये उच्च पदों पर बैठे लोगों का शोषण करने का एक तरीका है, अगर उच्च स्तरीय जांच करके जल्द पुष्पराज के दोषियों को सजा नहीं मिलती हो प्रदेश भर में किसान संघ उग्र आंदोलन करेगा जिसकी पूरी जिम्मेदारी राज्य सरकार की होगी।

🔹 करनी सेना प्रमुख 🔹 ने भी कहा हम चुप रहने वाले नही है,जब तक उच्च स्तरीय न्यायिक जांच नहीं हो जाती, और दोषी को सजा नहीं हो जाती„भले हमे सड़क से लेकर संसद तक कि लड़ाई लड़नी पड़े, लेकिन एक निर्दोष आरक्षक की हत्या को इस तरह शांत रह कर हम नही सह सकते,ये हमारे समाज और प्रदेश के ईमानदार युवा को डराने और दबाने का प्रयास है, जल्द हत्यारो को सजा हो अन्यथा प्रदेश करणी सेना का विरोध झेलने के लिए तैयार रहे।
🔹 भीम रेजिमेंट छत्तीसगढ़ के सहसंस्थापक/प्रदेश मिडिया प्रभारी आर के डहरिया 🔹 ने इस संदेहप्रद मौत के ऊपर दुःख व्याप्त करते हुए उच्च स्तरीय जाँच कर संलिप्त दोषियों के ऊपर कड़ी कार्यवाही की मांग की है अगर शोकाकुल परिवार को न्याय नहीं मिलता है तो पुरे प्रदेश भर से संगठन के लोगो द्वारा रोड़ पर आकर उग्र आंदोलन को बाधित होने सरकार हमारे कार्यो से भलीभाँति परिचित है।

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